सरकारी सिस्टम की पेचीदगी में युवक उलझा: खुली निविदामें भाग लेकर खरीदे वाहन को हाईकोर्ट ने कहा करें जमा

अररिया (बिहार) ◆  जोकिहाट के महलगों थान अन्तर्गत लाख 45 हजार में खरीदा, निबंधन, बीमा आदि में 4 लाख खर्च सरकारी सिस्टम की पेचीदगी में जिले के जोकीहाट बागनगर महलगांव का एक युवक उलझा हुआ है। शराब के साथ किशनगंज में पकड़ाए वाहनों की खुली नीलामी में महलगांव थाना क्षेत्र के मदरसा टोला ककोड़ा गांव के राशिद जमाल ने महिंद्रा टीयूवी 300 खरीदी। उन्होंने 2 लाख 45 हजार में वाहन लिया। इसके बाद बीमा, निबंधन और मरम्मत के नाम पर 4 लाख रु से अधिक खर्च किया। अब जब उस पर चढ़ने का वक्त आया तो हाई कोर्ट का एक आदेश आ गया। जिसके अनुसार उस वाहन को उसे जमा करने के लिए कहा गया। हाई कोर्ट का आदेश आते ही किशनगंज के डीएम श्रीकांत शास्त्री ने अररिया के डीएम और एसपी को पत्र लिखकर उस वाहन को जमा कराने का आग्रह किया। साथ ही इसके लिए किशनगंज डीएम ने किशनगंज के एक्साइज डिपार्टमेंट के इंस्पेक्टर सह थाना प्रभारी ताहिर हसन को नामित भी कर दिया। राशिद जमाल के अनुसार इंस्पेक्टर उनके घर पर वाहन को जब्त करने पहुंच गए। उसके बाद राशिद जमाल ने महलगांव थानेदार को पत्र लिखकर वाहन जमा करने का आग्रह किया। लेकिन वहां जमा नहीं किया गया। बाद में किसी तरह यह वाहन को अररिया नगर थाना में जमा कराया गया। नगर थाना से इस वाहन को किशनगंज के एक्साइज डिपार्टमेंट को सुपुर्द किया गया। अब सवाल यह उठता है कि विधिवत तरीके से आयोजित नीलामी में वाहन को खरीदा। उसके बाद वाहन में उन्होंने पैसा भी लगाया। अब सवाल यह उठता है कि उन्हें यह पैसा की वापसी कैसे होगी और किस माध्यम से होगी। उन्होंने कहा है कि वाहन के निबंधन, बीमा के अलावा उसके मरम्मत में उनकी लाखों रुपए की लागत लगी है। इस राशि की भरपाई उन्हें ब्याज के साथ की जाए।

रिपोर्टर, राहुल यादव, अररिया,( बिहार )