अररिया (बिहार) ◆अररिया, 21 अक्टूबर।स्वास्थ्य विभाग द्वारा सोमवार को जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान व परिवार नियोजन दिवस का सफल आयोजन किया गया। इस क्रम में गर्भवती महिलाओं को आवश्यक स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मुहैया कराया गया। वहीं परिवार नियोजन संबंधी विभिन्न साधनों की जानकारी देते हुए योग्य दंपतियों को इसका लाभ उठाने के लिये प्रेरित किया गया। गर्भनिरोध के अस्थाई साधन कॉडम, अंतरा, माला डी, छाया का नि:शुल्क वितरण योग्य दंपतियों के बीच किया गया। गौरलतब है कि जिले में सुरक्षित मातृत्व को बढ़ावा देने व मातृ-शिशु स्वास्थ्य सेवाओं को अधिक प्रभावी बनाने के उद्देश्य से हर महीने के 09 व 21 तारीख को सभी स्वास्थ्य संस्थानों पर प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान संचालित किया जाता है। वहीं महीने के 21 तारीख को स्वास्थ्य केंद्रों पर परिवार नियोजन दिवस आयोजित करते हुए नियोजन संबंधी उपायों के प्रति योग्य दंपतियों को जागरूक करते हुए इससे जुड़ी सेवा लोगों सुलभता पूर्वक उपलब्ध कराया जाता है।
आवश्यक जांच के साथ दिया गया जरूरी चिकित्सकीय परामर्श
सदर अस्पताल के प्रभारी अधीक्षक डॉ आकाश राय ने बताया कि पीएमएसएमए अभियान के तहत गर्भवती महिलाओं को विभिन्न जरूरी जांच के साथ रक्त परीक्षण, टीकाकरण संबंधी सेवाएं प्रदान की गयी। विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा गर्भवती महिलाओं को उचित खान-पान, नियमित अंतराल पर स्वास्थ्य जांच सहित अन्य जरूरी परामर्श दिये गये। इस दौरान स्वास्थ्य कर्मियों के माध्यम से योग्य दंपतियों को परिवार नियोजन संबंधी विभिन्न उपायों की जानकारी देते हुए इसके उपयोग के लिये उन्हें प्रेरित किया गया। इच्छित दंपतियों को उनके चयन के आधार पर उपलब्ध सेवाओं का लाभ के लिये चिह्नित किया गया। अस्पताल प्रबंधक विकास आनंद ने बताया कि सुरक्षित व संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देना पीएमएसएमए अभियान का मुख्य उद्देश्य है। गर्भावस्था के जटिल मामलों को चिह्नित करने व समय रहते इसका कुशल प्रबंधन सुनिश्चित कराने के उद्देश्य से पीएमएसएमए अभियान का सफल आयोजन महत्वपूर्ण है। वहीं जिले में जनसंख्या स्थिरीकरण व माताएं व बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य के लिये परिवार नियोजन सेवाओं को अधिक लोकप्रिय बनाने पर विभागीय स्तर से विशेष पहल किये जाने की जानकारी उन्होंने दी।
सिविल सर्जन डॉ केके कश्यप ने कहा कि मातृ-शिशु स्वास्थ्य सेवाओं की बेहतरी विभाग की प्राथमिकताओं में शुमार है। जिलाधिकारी के निर्देश पर इस दिशा में विशेष पहल किये जा रहे हैं। प्रथम तिमाही के अंदर गर्भवती महिलाओं की पहचान व गर्भावस्था के दौरान महिलाओं का कम से कम चार एएनसी जांच सुनिश्चित कराने पर विशेष जोर दिया जा रहा है। वहीं परिवार नियोजन सेवाओं को भी जिले में अधिक प्रभावी व उपयोगी बनाने की पहल की जा रही है। विशेष अभियान के विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों के माध्यम से इससे जुड़ी सेवाएं लोगों को उपलब्ध कराया गया। इस क्रम में हाई रिस्क प्रिगनेंसी के 300 से अधिक मामले चिह्नित किये गये। वहीं सैकड़ों लोगों परिवार नियोजन संबंधी अस्थाई सेवाओं के लाभ से आच्छादित किया गया।
रिपोर्टिंग
विकाश कुमार सिंह, अररिया,बिहार