नशे की लत के कारण एक ने दम तोड़ा

पूर्णिया (बिहार) ◆ पूर्णिया जिले के युवा पीढ़ी इन दिनों स्मैक की गिरफ्त में है। स्मैक के आदी हो चुके युवा नशा करने के लिए अपने जिस्म के खून तक का सौदा कर लेते है। अपने शरीर का खून बेचकर उस पैसे से स्मैक का नशा करते है। ऐसा ही एक मामला का खुलासा तब हुआ जब पूर्णिया मेडिकल कॉलेज में स्मैक के शिकार युवक की रविवार को मौत हो गई। मौत के बाद परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है। मृतक की पहचान पूर्णिया के मरंगा थाना क्षेत्र अंतर्गत मरंगा बाइपास निवासी विकास दास (27वर्ष ) के रूप में हुई है। घटना के बारे में मृतक युवक की पत्नी पूनम देवी ने बताया कि हमारे तीन बच्चे है। पति पहले मजदूरी कर परिवार चलाता था। तभी वह गलत संगत में लगकर स्मैक और तरह तरह के नशा करने लगा। वह जो भी कमाता था सभी नशे में खर्च कर लेता था। नशे के वजह से उसने मजदूरी करना भी छोड़ दिया। पूनम देवी ने बताया कि वह परिवार चलाने के लिए दूसरों के घर में झाडूपोछा करती है। विकास 3 साल से स्मैक के नशे के शिकार था। जब पैसा नहीं रहता था तो खून बेचकर स्मैक पीता था। हम घर में नहीं रहते है। हम दूसरे के घर में झाड़ूपोछा लगाकर जो भी पैसा लाते थे वो पैसा भी चोरी कर स्मैक पी लेता था। जब पैसा घट जाता था तो अपना शरीर का खून बेचकर स्मैक पी लेता था। लगातार खून बेचने के कारण विकास काफी कमजोर हो गया। कमजोर होने के कारण शनिवार के देर रात्री अचानक विकास के सीने में दर्द हुआ पैसा नहीं रहने के कारण कोई डॉक्टर से नहीं दिखाए। लेकिन रविवार दोपहर फिर अचानक सीने में दर्द हुआ और दर्द होने के बाद घर के आसपास एक दूसरे से चंदा इकट्ठा कर इलाज के लिए पूर्णिया मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां इलाज के दौरान डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। मृत घोषित होने के बाद परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है।

डॉक्टर ने क्या कहा?
डॉक्टर मेडिकल कॉलेज अस्पताल के डॉ ए. अहद ने बताया कि युवक स्मैक और नशे का सेवन करता था। शरीर में खून की कमी से उसका हार्ट ब्लॉक हो गया और उसकी मौत हो गई।

रिपोर्टिंग
सुनिल कुमार यादव
स्टेट ब्यूरो चीफ, बिहार