अररिया (बिहार) ◆ भैतिक उपलब्धियों के पीछे उन्मत्त, त्रयताप- संतप्त मानव को चिरअभिलषित शाश्वत सुख-शांति का सुधापन कराने वाले दिव्य दिग्दर्शक, महान पथ प्रदर्शक, भूतल भूषण, पुण्य प्रभामय पूषण बींसवी सदी के महान संत प्रातः स्मरणीय अनंत श्री वविभूषित सद्गुरु महर्षि मेंहीं परमहंस जी महाराज की 139वीं पावन जयंती देश विदेश में वैशाख शुक्ल चतुर्दशी 4 मई को है। परम् पूज्यनीय गुरुदेव महर्षि मेंहीं परमहंस जी महाराज के लोक पडपदमो में कोटि-कोटि नमन। प्रातः स्मरणीय पूजनीय गुरुदेव प्रवचन के दौरान कहा करते थे कि सदयुक्ति से ईश्वर के दर्शन होते है। ईश्वर की ओर मन लगाइए। लगाने का यत्न संतो से जानिए।
रिपोर्टिंग
टिंकू दास गुप्ता
ब्लॉक ब्यूरो चीफ, अररिया (बिहार)