अररिया (बिहार) ◆घूरना और बसमतिया थाना परिसर में रविवार को बाल विवाह के खिलाफ जनसंवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसका आयोजन अररिया जिला पुलिस, जस्ट राइट फॉर चिल्ड्रेन और जागरण कल्याण भारती फारबिसगंज ने संयुक्त रूप से किया। घूरना थाना में थानाध्यक्ष अमित कुमार और बसमतियाथाना में थानाध्यक्ष अमर कुमार ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। जनसंवाद में मौलवी, पंडित, जनप्रतिनिधि और आम लोग शामिल हुए। चर्चा का मुख्य विषय पंचायत स्तर पर बाल विवाह के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाना रहा। इस दौरान पुलिस ने पंडित और मौलवी से बाल विवाह का विरोध करने की अपील की। पुलिस ने कहा कि सामाज के ये दोनों स्तंभ इस कुरीति का विरोध करे तो कुछ हद तक इसपर काबू पाया जा सकता है। इस दौरान सामाजिक संगठन के सदस्यों ने आम लोगों को बाल विवाह से होने वाले नुकसान की जानकारी।जागरण कल्याण भारती के संजय कुमार ने कहा कि बाल विवाह रोकने में धर्मगुरुओं और जनप्रतिनिधियों की भूमिका अहम है। उन्होंने पंडितों और मौलवियों से अपील की कि वे समाज को इस कुरीति के खिलाफ जागरूक करें। साथ ही बाल विवाह की जानकारी मिलने पर तुरंत प्रशासन और संबंधित संस्थानों को सूचना देने को कहा। संजय कुमार ने बताया कि अररिया जिले में बाल विवाह मुक्त भारत अभियान चलाया जा रहा ह। इसके तहत मानव तस्करी, बाल श्रम और बाल यौन शोषण के खिलाफ भी जागरूकता फैलाई जा रही है। इस दौरान मौजूद लोगों ने बच्चों के हित में बाल विवाह मुक्त अररिया जिला बनाने का संकल्प लिया।बसमतिया थानाध्यक्ष अमर कुमार ने कहा कि बाल विवाह एक अपराध है। उन्होंने धर्मगुरुओं और जनप्रतिनिधियों से अपील की कि वे बच्चों को मोबाइल देने के बाद उस पर नजर रखें। बच्चों को सरकार की योजनाओं का लाभ दिलाएं। इस मौके पर जागरण कल्याण भारती के सोनु कुमार, अंकुश कुमार यादव, अजय कुमार, एसएसबी 56वीं बटालियन घूरना के एएसआई केदार सिंह, मुखिया प्रतिनिधि सज्जाद,बसमतिया के मुखिया प्रतिनिधि नावीद अंसारी, मो. हदीश, मो. समीम, हिरानी झा, विजय पासवान सहित कई गणमान्य
लोग मौजूद रहे।
रिपोर्टिंग
टिंकू दास गुप्ता
असिस्टेंट स्टेट ब्यूरो चीफ, बिहार