होली के अवसर पर सड़क दुर्घटनाओं में बढ़ोतरी

पूर्णिया (बिहार) ◆ पूर्णिया जिले में होली के एक दिन पूर्व से हादसे का जिला बन गया। होली में कई लोगों की जान चली गई तो कई सडक दुर्घटना में बुरी तरह घायल हो गए। बीते बुधवार होली के दिन से लेकर गुरुवार के सुबह तक 24 घंटे के अंदर अलग-अलग जगहों पर सड़क दुर्घटना में चार लोगों की मौत हो गई है। वहीं करीब तीन दर्जन से अधिक लोग बुरी तरह घायल हो गए है। किसी घायल का पूर्णिया मेडिकल कॉलेज अस्पताल में तो किसी का प्राइवेट अस्पताल में इलाज चल रहा है। कई घायलो का हालत काफी गंभीर होने से उसे पटना, भागलपुर व सिल्लीगुड़ी के लिए रेफर कर दिया गया है। मेडिकल कॉलेज अस्पताल में सिर्फ करीब 25 लोगो का इलाज चल रहा है। दो की मौत बाइक और कार की टक्कर में हुई एक की मौत बाइक और ट्रक की टक्कर में हुई और एक की मौत ऑटो पलटने से हुई है। पहली घटना बीते बुधवार के देर शाम सरसी थाना क्षेत्र के चंपावती में ऑटो पलटने से सरसी थाना क्षेत्र अंतर्गत चंपावती गांव के रहने वाले तेतर साह का बेटा अर्जुन साह (40 वर्ष) बुरी तरह घायल हो गया। स्थानीय लोगो ने घायल को मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचाया। लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही उसकी मौत हो गई। दूसरी घटना बीते बुधवार के देर रात केनगर थाना क्षेत्र अंतर्गत बनभाग तीनटोलिया में बाइक और कार की आमने सामने टक्कर हो गई। इस घटना में केनगर चुनापुर के रहने वाले गोपाल साह 35 वर्ष) व भोला राय 61 वर्ष) दोनों घायल हो गए लेकिन गोपाल साह की अस्पताल पहुंचने से पहले ही मौत हो गई। और भोला राय की इलाज के दौरान मौत हो गई। तीसरी घटना गुरुवार को सदर थाना क्षेत्र अंतर्गत कसबा रोड भोला पासवान शास्त्री कृषि कॉलेज के पास बाइक और ट्रक की आमने सामने टक्कर हो गई। इस दुर्घटना में कसबा स्टेशन मोहल्ला के रहने वाले बेचन बासको का बेटा ओम कुमार 18 वर्ष) की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। वहीं ओम कुमार का दो दोस्त बुरी तरह घायल हो गया। तीन बाइक सवार की मौत बाइक और कार व ट्रक की आमने सामने टक्कर होने मौत हुई है। उन लोगों की मौत शर में गंभीर चोट लगने की वजह से हुई है। उनमें किसी ने भी हेलमेट नहीं पहना था। यदी हेलमेट पहना रहता तो शायद उनकी जान बच सकता था। मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक डा बरुण कुमार ठाकुर ने बताया कि सडक दुर्घटना में सबसे अधिक मौत सिर में गंभीर चोट लगने से होती है। जो लोग हेलमेट पहनकर बाइक चलाते है। वैसे
लोगों की कम मौत होती है।

रिपोर्टिंग
सुनिल कुमार यादव
स्टेट ब्यूरो चीफ, बिहार