अररिया के सभी शिक्षक संगठनों ने बैठक कर पूर्ण रूप से जातीय आधारित गणना के बहिष्कार का किया ऐलान

अररिया (बिहार) ◆ बिहार राज्य विद्यालय अध्यापक नियमावली 2023 के विरोध में अररिया के सभी शिक्षक संगठनों ने बैठक कर पूर्ण रूप से जातीय आधारित गणना के  बहिष्कार का ऐलान कर दिया है। यह बैठक शनिवार की शाम 5:30 बजे जिला संयुक्त शिक्षक संघर्ष मोर्चा अररिया के तत्वाधान में    बस स्टैंड स्थित एक निजी होटल में संपन्न हुई। इस बैठक में जिले के सभी शिक्षक संगठन के शीर्ष पदाधिकारीगण उपस्थित रहे। बैठक की अध्यक्षता बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ अररिया के जिला अध्यक्ष जाफर रहमानी ने   की। बैठक में सर्वसम्मति से नए नियमावली के विरुद्ध आंदोलन का आह्वान करते हुए जातीय आधारित गणना के बहिष्कार करने का ऐलान किया। इसको लेकर जिला पदाधिकारी के नाम एक  मेमोरेंडम भी सौंपा  गया है । दिए  गए मेमोरेंडम में बताया गया है कि बिहार सरकार   के वादाखिलाफी के विरुद्ध अब सभी शिक्षक संगठन एकजुट हैं और अपनी मांग पूरी  होने   तक आंदोलन जारी रखेंगे। बता दें कि विद्यालय अध्यापक  नियमावली 2023  के  विरोध  में पिछले दिनों राज्य स्तर पर संयुक्त शिक्षक संघर्ष मोर्चा बिहार का गठन किया गया है। इस बारे में जानकारी देते हुए शिक्षक नेता प्रशांत कुमार ने बताया कि राज्य सरकार एवं सत्तारूढ़ दलों के द्वारा विगत कई महीने से प्रदेश में कार्यरत सभी नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा देने और राज्य के सभी 9222 नियोजन इकाई को समाप्त कर उन्हें जिला संवर्ग में सामाजिक करने और ऐच्छिक स्थानांतरण का आश्वासन दिया जा रहा था। राज्य सरकार द्वारा 10 अप्रैल को बिहार राज्य विद्यालय अध्यापक नियमावली 2023 की अधिसूचना जारी की गई। जिसमें राज्य के सभी नियोजित शिक्षकों को नजरअंदाज किया गया है और विद्यालय अध्यापक के नाम पर एक नया संवर्ग बना दिया गया है । इसे लेकर राज्य भर के शिक्षकों में आक्रोश देखा जा रहा है। राज्य सरकार की वादाखिलाफी के विरोध में अब   सभी शिक्षक संगठन एकजुट हो गए हैं और सर्वसम्मति से जाति आधारित गणना के बहिष्कार का निर्णय लिया गया है। बैठक की अध्यक्षता कर रहे जफर रहमानी ने बताया कि संयुक्त शिक्षक संघर्ष मोर्चा बिहार के आह्वान   को जिले से लेकर प्रखंड स्तर पर शत प्रतिशत लागू कराया जाएगा। साथ ही 15 अप्रैल से    शुरू होने वाली जाति आधारित गणना का    सभी शिक्षक संगठन पूर्ण रूप से बहिष्कार करेंगे। अररिया जिला पदाधिकारी को एक मेमोरेंडम सौंप कर कार्यरत सभी नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा देने राज्य के सभी 9222 नियोजन इकाई को समाप्त कर जिला संवर्ग में समाजित करने की मांग रखी    गई है।इस मौके पर मुख्य रूप से बिहार पंचायत नगर प्रारंभिक शिक्षक संघ अररिया जिलाध्यक्ष प्रशांत कुमार, टीईटी प्रारंभिक शिक्षक संघ अररिया कार्यकारी जिलाध्यक्ष मेराज़ ख़ान, प्रधान सचिव राजेश कुमार पीपीएसएस के उज्ज्वल कुमार, टीएसयू एनएसएस के रंजीत कुमार टीएसएस के मो. राहिल तथा बीपीएनएसएस मूल के साबिर आलम आदि मौजूद रहे।

(रिपोर्टर - टिंकू दास गुप्ता, बिहार)