अररिया (बिहार) ◆ खजुरी पंचायत स्थित गांधीनगर के करीब दो दर्जन से अधिक भूमिहीन परिवारों ने जमीन बंदोबस्ती की मांग को लेकर गुरुवार को प्रखंड मुख्यालय पहुंचकर प्रदर्शन किया। दर्जनों की संख्या मे आए भूमिहीन महिला एवं पुरुषों ने बीडीओ कार्यालय के पास अंचल प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की तथा बीडीओ कार्यालय मे लिखित शिकायत भी दर्ज कराई। प्रदर्शनकारियों में मानिकचन्द पासवान, अरविन्द पासवान, डोमी रिषिदेव, रघु रिषिदेव, फागु रिषिदेव, तेतरी देवी, शिवकांत पासवान, झमेली रिषिदेव, धीरेन्द्र पासवान, समतोलिया देवी, गोनर रिषिदेव, रीना देवी,संजु देवी, रामोतार रिषिदेव, रूपेश रिषिदेव आदि ने आरोप लगाया कि खजुरी पंचायत स्थित गांधीनगर गांव मे हम लोग तीन पीढी से एक भूखंड पर अपना घर-द्वार बनाकर रह रहे हैं। उक्त बास भूमि के कागजात बनवाने के लिए करीब एक साल से अंचल कार्यालय का चक्कर काट रहें हैं। हम लोगों की अलग से अपनी कोई जमीन नही हैं। गांधीनगर में सौ ऐसे दलित परिवार हैं जिन्हें बसोवास भूमि नही हैं। जिस जमीन पर लगभग सौ साल से रह रहे हैं उस भूमि की बंदोबस्ती के लिए पिछले एक वर्ष से भरगामा अंचल कार्यालय दौड़ते-दौड़ते परेशान हो गए। प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि हम लोग अंचल पदाधिकारी से जमीन बंदोबस्ती करने कहते हैं तो कहा जाता है कि हल्का कर्मचारी से अब तक प्रतिवेदन नही आया है। प्रतिवेदन आने के बाद मिलने की बात कहकर टाल दिया जाता है। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि जब कर्मचारी से मिलते हैं तो उनके द्वारा कहा जाता है कि मैंने स्थलीय जांच नही की है। जांच करने के बाद अंचलाधिकारी को समर्पित कर दिया जाएगा। गांव जाने के लिए सडक भी नही इस संबंध मे पूर्व में अंचलाधिकारी जिलापदाधिकारी, मुख्यमंत्री सहित अन्य कार्यालय में आवेदन भी सौंपा हैं। प्रदर्शनकारियों ने मांगों से संबंधित एक ज्ञापन भरगामा के बरीय प्रभारी पदाधिकारी सह फारविसगंज के पीजीआरओ की मौजूदगी मे बीडीओ ममता कुमारी की सौंपा। अंचल पदाधिकारी मनोज कुमार ने बताया कि जमीन बंदोबस्ती के लिए आवेदन मिला है। जांच के लिए हल्का कर्मचारी को निर्देश दिया गया है। जांच रिपोर्ट मिलने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। भूमिहीन परिवार दहशत के साए में जीने को विवश हैं।
रिपोर्टिंग
टिंकू दास गुप्ता
ब्लॉक ब्यूरो चीफ, अररिया )