अररिया (बिहार) ◆अररिया के शिवपुरी भूदान टोला स्थित विषहरी मंदिर से मंगलवार को दोपहर 3 बजे विषहरी पूजा के अवसर पर कलश यात्रा निकाली गई। इस धार्मिक आयोजन में 501महिलाओं और युवतियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
यात्रा मंदिर परिसर से शुरू होकर शहर के प्रमुख मार्गों से होती हुई त्रिसुलिया घाट पर परमान नदी के तट पर पहुंची। कलश यात्रा कोल्ड स्टोर, बस स्टैंड, थाना मोड़, काली मंदिर चौक और पचकोरी चौक जैसे प्रमुख स्थानों से गुजरी ।त्रिसुलिया घाट पर महिलाओं और युवतियों ने परमान नदी में स्नान कर विधि विधान से पूजा-अर्चना की। इसके बाद पवित्र कलश में नदी का जल भरकर सभी श्रद्धालु वापस विषहरी
मंदिर लौटे। मंदिर परिसर में विशेष पूजा-अर्चना का आयोजन किया गया। इस कलश यात्रा की विशेषता यह रही कि इसमें शामिल महिलाएं और युवतियां डीजे की धुनों पर थिरकती नजर आईं।डीजे की धुनों ने यात्रा के उत्साह को और बढ़ा दिया। यात्रा के दौरान भक्तों का जोश और भक्ति का अनोखा संगम देखने को मिला।
विषहरी मंदिर की पुजारी सविता देवी ने बताया कि यह मंदिर पिछले 25 सालों से माता विषहरी की पूजा अर्चना का प्रमुख केंद्र रहा है। उन्होंने कहा, "इस मंदिर में क्षेत्र के विभिन्न हिस्सों से भारी संख्या में भक्तगण माता के दर्शन के लिए आते हैं।
माता की कृपा से भक्तों की मनोकामनाएं पूरी होती हैं। विशेष
रूप से उन विवाहित महिलाओं की मुरादें पूरी होती हैं, जिन्हें संतान प्राप्ति की कामना होती है।पुजारी ने आगे बताया कि यह कलश यात्रा माता विषहरी के प्रति भक्तों की अटूट आस्था का प्रतीक है। इस आयोजन में हर साल भक्तों की संख्या बढ़ती जा रही है, जो माता के प्रति लोगों की गहरी श्रद्धा को दर्शाता है।इस बार भी यात्रा में शामिल महिलाओं और युवतियों ने माता के प्रति अपनी भक्ति को पूरे उत्साह के साथ व्यक्त किया। इस
भव्य आयोजन में मंदिर कमेटी के सदस्यों ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। कमेटी के सदस्य विजेंद्र राम, नागों राम,कैलाश राम, चंदन राम, बिरेची राम सहित दर्जनों लोग इस आयोजन को सफल बनाने के लिए सक्रिय रूप से मौजूद रहे।
मंदिर कमेटी ने आयोजन के लिए व्यापक तैयारियां की थीं,जिससे यात्रा और पूजा-अर्चना का कार्यक्रम सुचारू रूप से संपन्न हुआ।
रिपोर्टिंग
टिंकू दास गुप्ता
असिस्टेंट स्टेट ब्यूरो चीफ, बिहार