पूर्णिया इंजीनियरिंग कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य केखिलाफ निगरानी विभाग ने अवैध उगाही मामले मेंशुरू की जांच

पूर्णिया (बिहार) ◆पूर्णिया अभियंत्रण महाविद्यालय में लैब व फर्नीचर की खरीदारी में वित्तीय अनियमितता की बात सामने आई है।खरीदारी के साथ-साथ कई तरह की अनियमितता को लेकर निगरानी विभाग ने जांच शुरू कर दी है। परिवादकर्ता लालकृष्ण आडवाणी जो पूर्णिया अभियंत्रण महाविद्यालय के छात्र रह चुके हैं, ने बताया कि उसने इसकी शिकायत निगरानी
विभाग से की थी। इसके बाद निगरानी ने विज्ञान प्रावैधिकी एवं तकनीकी शिक्षा विभाग की संयुक्त टीम को जांच का निर्देश दिया है। परिवादकर्ता ने बताया कि अगर महाविद्यालय के सामानों की खरीद की जांच होगी तो बड़ा घोटाला सामने आएगा।प्राचार्य मनोज कुमार सिंह ने भुगतान में वित्तीय अनियमितता के आरोप से इनकार करते हुए कहा कि सभी खरीदारी जेम पोर्टल से की गई है। इसमें कहीं किसी प्रकार की गड़बड़ी नहीं है। उन्होंने बताया कि मुझे निगरानी विभाग की जांच की जानकारी नहीं है। परिवादकर्ता का आरोप है कि पूर्णिया इंजीनियरिंग कॉलेज पूर्णिया के द्वारा जैम के माध्यम से कॉन्ट्रेक्ट नं. जीईएमसी 511687752351849 11.12.
2024 को प्रोमार्क टू सीटर क्लास रूम डेस्किंग की प्रति मूल्य 13984.32 रुपये की दर से कुल 70 पीस खरीदी गई।जिसका कुल मूल्य-9 लाख 78 हजार 902 रुपए दिखाया। जबकि राजकीय अभियंत्रण महाविद्यालय सिवान के द्वारा जैम के माध्यम से कॉन्ट्रेक्ट नं. जीईएमसी - 511687766314
448, 13.09.2024 को प्रोमार्क टू सीटर क्लासरूम डेस्किंग प्रति मूल्य 9,799.2 रुपये की दर से 100 पीस का कुल मूल्य-9 लाख 79 हजार 920 रुपए में खरीदी गई। दोनों ही कॉलेज एक ही सामान अलग-अलग दर से खरीद रहे है।
पूर्णिया अभियंत्रण महाविद्यालय पूर्णिया के द्वारा करीब 2 लाख 92 हजार 958 रुपये अधिक भुगतान किया गया है संस्थान में आउटसोर्सिंग पर कार्य कर रहे गार्ड एवं सफाई कर्मी एजेंसी को संस्थान के द्वारा प्रत्येक महीना 12000 रुपय प्रति कर्मी भुगतान किया जाता है। परंतु गार्ड एवं सफाई कर्मी
के पासबुक को जब खंगाला गया तो केवल 7500 रुपया ही मिल रहा है। पूर्णिया अभियंत्रण महाविद्यालय पूर्णिया के द्वारा जैम के माध्यम से कॉन्ट्रेक्ट नं. जीईएमसी-511687752882
079 -24अक्टूबर 2024 को एलजी प्रोफेसनल लार्ज फार्मेट
डिस्पले साईज 216 सेमी वाईफाई स्क्रीन सेयर हॉटस्पॉट स्क्रीन मॉडल- 86 यूआर 640 एस की प्रति मूल्य 4 लाख 49 हजार 998 रुपया की दर से 1 सेट 4, 49998 रुपए में खरीदी गई।जबकि इस प्रोडक्ट का बाजार मूल्य केवल 2 लाख 90 हजार रुपए है। संस्थान में जिस किसी भी वस्तुओं, सामानों की खरीदारी की जाती है उसका मूल्य नजदीकी बाजार मूल्य से 3 से 4 गुना रेट पर खरीदा जाता है। दो निम्न वर्गीय लिपिक नियमित एवं योग्य है किंतु कई महत्वपूर्ण कार्य तथा सीएफएमएस मार्कर, स्थापना, हॉस्टल कैश बुक, स्टोर इत्यादि
का कार्य संस्थान के संविदा क्लर्क अथवा गेस्ट इंस्ट्रक्टर आउटसोर्सिंग व्यक्तियों के द्वारा करवाया जाता है।

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MR. SUNIL KUMAR YADAV
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Assistant State Buro Chief