अररिया (बिहार) ◆अररिया व्यवहार न्यायालय में जिला विधिक सेवा प्राधिकार की एक समीक्षा एवं समन्वय बैठक आयोजित की गई। इसकी अध्यक्षता प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह प्राधिकार अध्यक्ष गुंजन पांडे ने की।बैठक का मुख्य उद्देश्य किशोर न्याय अधिनियम, 2015(संशोधित 2021 ) और पॉक्सो अधिनियम, 2012 सहित अन्य बाल संबंधी कानूनों के प्रभावी कार्यान्वयन पर चर्चा करना था।बैठक में जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश प्रथम मनोज कुमार तिवारी, ADJ सह विशेष न्यायाधीश पॉक्सो अजय कुमार, प्रधान दंडाधिकारी JJB स्कंद राज, सहायक निदेशक जिला बाल संरक्षण इकाई, जिला शिक्षा पदाधिकारी, बाल कल्याण इकाई के अध्यक्ष, श्रम अधीक्षक अररिया के प्रतिनिधि,यूनिसेफ के राज्य सलाहकार अजय कुमार और राकेश कुमार सहित कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।बैठक में बच्चों से संबंधित कानूनों के प्रभावी ढंग से लागू करने पर विशेष जोर दिया गया। किशोर न्याय अधिनियम के तहत किशोरों के पुनर्वास और सामाजिक पुनर्स्थापन पर विचार-विमर्श हुआ। पॉक्सो अधिनियम के तहत यौन अपराधों से बच्चों की सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाने पर बल दिया गया।जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव रोहित श्रीवास्तव ने बच्चों के अधिकारों की रक्षा के लिए सभी संबंधित विभागों के बीच बेहतर समन्वय और जागरूकता को आवश्यक बताया।इस अवसर पर बाल संरक्षण इकाई और यूनिसेफ के प्रतिनिधियों ने बच्चों के कल्याण के लिए चल रही योजनाओं और चुनौतियों पर प्रकाश डाला। बैठक में बाल श्रम, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी चर्चा हुई।इस बैठक ने जिला प्रशासन और न्यायिक अधिकारियों के बीच सहयोग को और मजबूत करने का मार्ग प्रशस्त किया
रिपोर्टिंग
विकाश कुमार सिंह, सहायक ब्लॉक ब्यूरो चीफ, अररिया,बिहार